🌹🌸🙏🌞 #शुभ_प्रभात 🌞🙏🌸🌹🚩🔴 #ॐ_श्री_हनुमंते_नमः 👏🔴🚩🚩🔴 #ॐ_श्री_आंजनेय_नमः 👏🔴🚩*🔴️श्री️अतुलित बलधामंहेमशैलाभदेहम्🔴**🔴दनुजवनकृशानुंज्ञानिनामग्रगण्यम्।🔴* *🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴* 🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴 #राम_राम_जी 👏भगवान हनुमान को हजारों साल तक अमर रहने का वरदान क्यों मिला था ! दिल को छू लेनेवाली कहानी !हनुमान के जीवित होने का राजधर्म की रक्षा के लिए भगवान शिव ने अनेक अवतार लिए हैं.त्रेतायुग में भगवान श्रीराम की सहायता करने और दुष्टों का नाश करने के लिए भगवान शिव ने ही हनुमान के रूप में अवतार लिया था. हनुमानजी भगवान शिव के सबसे श्रेष्ठ अवतार कहे जाते हैं.रामायण हो या फिर महाभारत दोनों में कई जगह पर हनुमान अवतार का जिक्र किया गया है. अब रामायण तो हनुमान के बिना अधूरी ही है किन्तु महाभारत में भी अर्जुन के रथ से लेकर भीम की परीक्षा तक, कई जगह हनुमान के दर्शन हुए हैं.तो अब सवाल यह उठता है कि अगर रामायण के सभी पात्र बाद में अपना जीवन चक्र पूरा करके चले जाते हैं तो मात्र हनुमान ही क्यों हजारों लाखों साल बाद भी जीवित बताया जा रहा है. क्या है  हनुमान के जीवित होने का राज?तो आज आपको हम पहले हनुमान के जीवित होने का राज बता देते हैं और उसके बाद आपको बतायेंगे कि कैसे हनुमान भी माता सीता के पास अपनी जीवन लीला समाप्त करवाने गये थे –हनुमान के जीवित होने का राज –वाल्मीकि रामायण के अनुसारलंका में बहुत ढूढ़ेने के बाद भी जब माता सीता का पता नहीं चला तो हनुमानजी उन्हें मृत समझ बैठे, लेकिन फिर उन्हें भगवान श्रीराम का स्मरण हुआ और उन्होंने पुन: पूरी शक्ति से सीताजी की खोज प्रारंभ की और अशोक वाटिका में सीताजी को खोज निकाला. सीताजी ने हनुमानजी को उस समय अमरता का वरदान दिया था. इसलिए हनुमान हर युग में भगवान श्रीराम के भक्तों की रक्षा करते हैं.हनुमान चालीसा की एक चौपाई में भी लिखा है- ‘अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन्ह जानकी माता’.अर्थात – ‘आपको माता श्री जानकी से ऐसा वरदान मिला हुआ है जिससे आप किसी को भी आठों सिद्धियां और नौ निधियां दे सकते हैं.जब श्रीराम ने अपनी मृत्यु की घोषणा की –आपको शायद इस बात का ज्ञान ना हो कि भगवान श्री राम ने अपने जीवित समय में ही यह बता दिया था कि वह कब धरती के सफर को पूरा कर अब स्वर्गलोक में विराजमान होंगे. यह सुनकर सबसे ज्यादा दुःख जिसको हुआ था वह राम भक्त हनुमान जी ही थे. राम जी से यह खबर सुनते ही हनुमान जी माता सीता के पास जाते हैं और कहते हैं : –‘हे माता मुझे आपने अजर-अमर होने का वरदान तो दिया किन्तु एक बात बतायें कि जब मेरे प्रभु राम ही धरती पर नहीं होंगे तो मैं यहाँ क्या करूँगा. मुझे अपना दिया हुआ अमरता का वरदान वापस ले लो.’हनुमान माता-सीता के सामने जिद पर अड़ जाते हैं और तब माता सीता ध्यानकर, राम को यहाँ आने के लिए बोलती हैं. कुछ ही देर में भगवान राम वहां प्रकट होते हैं और हनुमान को गले लगाते हुए बोलते हैं-‘हनुमान मुझे पता था कि तुम सीता के पास आकर यही बोलोगे. देखो हनुमान धरती पर आने वाला हर प्राणी, चाहे वह संत है या देवता कोई भी अमर नहीं है. तुमको तो वरदान है हनुमान, क्योकि जब इस धरती पर और कोई नहीं होगा तो राम नाम लेने वालों का बेड़ा तुमको ही तो पार करना है. एक समय ऐसा आएगा जब धरती पर कोई देव अवतार नहीं होगा, पापी लोगों की संख्या अधिक होगी तब राम के भक्तों का उद्धार मेरा हनुमान ही तो करेगा. इसलिए तुमको अमरता का वरदान दिलवाया गया है हनुमान.’तब हनुमान अपने अमरता के वरदान को समझते हैं और राम की आज्ञा समझकर आज भी धरती पर विराजमान हैं. हनुमान को हर राम भक्त का बेड़ा पार करना है और जहाँ भी रामनाम लिया जाता है वहां हनुमान जरूर प्रकट होते है मंगलमय  जीवन  करें  हनुमत कृपा निधान पल भर में दुख दूर करें धरे जो इनका ध्यान

🌸सुप्रभात🌸 🌞🌹🥀🌸☕🙏🏻ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि तन्नो परशुराम: प्रचोदयात्।। आप सभी को #भगवान_परशुराम की जयन्ती की हार्दिक शुभकामनाएँ 🌹💐🌹🙏🏻🙏🏻🚩🏹#जय_श्री_राम🏹🚩🙏🏻आपका दिन मंगलमय हो 🌹🌹🌸🙏🏻😊शांत है तो श्रीराम है।भड़क गए तो परशुराम है।।भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव एवं अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएं।शुभ अक्षय तृतीया।🚩🙏🏻जय श्रीराम।🚩🙏🏻जय श्री परशुराम 🚩🙏🏻#परशुराम_जन्मोत्सव #परशुराम #अक्षय_तृतीयाभगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लेकर चार वेदों की रक्षा की थी  मत्स्यावतार भगवान विष्णु का अवतार है जो उनके दस अवतारों में से एक है। विष्णु को पालनकर्ता कहा जाता है अत: वह ब्रह्मांड की रक्षा हेतु विविध अवतार धरते हैं। जब संसार को किसी प्रकार का खतरा होता है तब भगवान विष्णु अवतरित होते हैं।एक हज़ार महायुग मिलकर एक कल्प होता है। एक कल्प ब्रह्मा का एक दिन होता है (रात का व़क्त इसमें शामिल नहीं है) दिन के समाप्त होते ही उन्हें नींद आ जाती है। वही कल्पांत है। उस व़क्त चारों ओर गहरा अंधेरा छा जाता है। विष्णु से निकली संकर्षण की अग्नि सब को जला देती है। झंझावात चलने लगते हैं, तब भयंकर काले बादल हाथी की सूंडों जैसी जलधाराएँ लगातार गिराने लगती हैं। महासमुद्र में आसमान को छूनेवाला उफान होता है। भू, भुवर और स्वर्ग लोक डूब जाते हैं। चारों तरफ़ जल को छोड़ कुछ दिखाई नहीं देता। यही ब्रह्मा के सोने की रात प्रलयकाल है। ब्रह्मा जब नींद के मारे पहले जंभाइयाँ ले रहे थे, तब उनके चारों मुखों से सफ़ेद, लाल, पीले और नीले रंगों में चमकनेवाले चार वेद बाहर निकले और नीचे गिर गये। हयग्रीव ने उन वेदों को उठा ले जाकर समुद्र के अन्दर छिपा दिया। हयग्रीव देवताओं और विष्णु का भी दुश्मन था। वेदों के बिना ब्रह्मा सृष्टि की रचना नहीं कर सकते थे। हर एक कल्प में विष्णु अच्छाई को बढ़ावा देकर उसका विकास करना चाहते थे। उनके इस संकल्प को बिगाड़ देना ही हयग्रीव का लक्ष्य था। तब भगवान विष्णु अपने प्राथमिक अवतार मत्स्य के रूप में अवतीर्ण हुए और स्वयं को एक छोटी, लाचार मछली बना लिया।सुबह सत्यव्रत सूर्यदेव को अर्घ्य दे रहे थे तभी एक मछली नें उनसे कहा कि आप मुझे अपने कमंडल में रख लो। दया और धर्म के अनुसार इस राजा ने मछली को अपने कमंडल में ले लिया और घर की ओर निकले, घर पहुँचते तक वह मत्स्य उस कमंडल के आकार का हो गया, राजा नें इसे एक पात्र पर रखा परंतु कुछ समय बाद वह मत्स्य उस पात्र के आकार की हो गई। अंत में राजा नें उसे समुद्र में डाला तो उसने पूरे समुद्र को ढँक लिया। उस सुनहरी-रंग मछली ने अपने दिव्य पहचान उजागर की और अपने भक्त को यह सूचित किया कि उस दिवस के ठीक सातवें दिन प्रलय आएगा तत्पश्चात् विश्व का नया श्रृजन होगा वे सत्यव्रत को सभी जड़ी-बूटी, बीज और पशुओं, सप्त ऋषि आदि को इकट्ठा करके प्रभु द्वारा भेजे गए नाव में संचित करने को कहा।फिर यह अति-विशाल मछली हयग्रीव को मारकर वेदो को गुमनाम होने से बचाया और उसे ब्रह्मा को दे दिया। जब ब्रह्मा अपने नींद से उठे जो परलय के अन्त में था, इसे ब्रम्ह की रात पुकारा जाता हैं, जो गणना के आधार पर 4320000000 सालो तक चलता है। जब ज्वार ब्रम्हांड को भस्म करने लगा तब एक विशाल नाव आया, जिस पर सभी चढ़े। मत्स्य भगवान ने उसे सर्पराज वासुकि को डोर बनाकर बाँध लिया और सुमेरु पर्वत की ओर प्रस्थान किया। रास्ते में भगवान मत्स्य नारायण ने सत्यव्रत को मत्स्य पुराण सुनाया और इस तरह प्रभु ने सबकी प्रलय से रक्षा की, तथा पौधों तथा जीवों की नस्लों को बचाया और मत्स्य पुराण की विद्या को नवयुग में प्रसारित किया।….. अक्सर लोग प्रश्न उठाते हैं कि ब्राह्मण होकर भी भगवान् परशुराम में क्षत्रियोचित गुण का आधिक्य क्यों था ? ….. एक क्षत्रिय राजा थे , उनके केवल एक पुत्री संतान थी . उनके राज्य में एक ‘ ऋचीक ‘ नाम के ऋषि रहते थे . राजा ने ऋषि से निवेदन करके अपनी पुत्री का विवाह उनसे कर दिया . विवाह के पश्चात राजा की पत्नी ने अपनी पुत्री ( ऋषि पत्नी ) से कहा कि हे ! पुत्री जब आपके पति अपने लिए पुत्र की कामना से यज्ञ करें तो इनसे निवेदन करके मेरे लिए भी एक पुत्र का वरदान मांग लेना , पुत्री ने कहा ठीक है . …..कालान्तर में जब ऋषि ने पुत्र की कामना से यज्ञ किया तो इनकी पत्नी ने अपनी माता का सन्देश उन्हें दिया . ….. ऋषि ने कहा एवमस्तु . तत्पश्चात ऋषि ने दो हांडी में खीर पकाई , और एक हांडी अपनी पत्नी को दी और कहा कि यह खीर तुम बरगद के वृक्ष के नीचे जाकर खा लेना , और यह दूसरी हांडी की खीर अपनी माता को दे देना और कहना कि वे पीपल के वृक्ष के नीचे बैठ कर यह खीर खा लें . ….. ऋषि पत्नी ने विचार किया कि , माता के घर चलकर दोनों लोग खीर खायेंगे . ….. जब वह माता के घर पहुँची तो माता ने कहा कि पुत्री तुम्हारे तो और भी पुत्र हो जायेंगे , मेरे केवल यही एक होगा , और तुम्हारे पति ने अपने लिए श्रेष्ठ पुत्र की कामना से खीर बनायी होगी , अत: हम लोग खीर आपस में बदल लेते हैं . ….. ऋषि पत्नी ने यह बात मान ली , और खीर की हांडी बदल कर ऋषि पत्नी ने माता वाली खीर पीपल के नीचे , और माता ने ऋषि पत्नी वाली खीर बरगद के नीचे खाली . …..कालान्तर में दोनों गर्भवती हुई , ऋषि ने जब अपनी पत्नी का मुख और शरीर देखा तो कहा कि कुछ बदलाव है और उन्होंने खीर वाली बात पूछी , तब ऋषि पत्नी ने सब सही बता दिया . तब ऋषि बोले यह तो बड़ा अनर्थ हो गया , क्योंकि मैंने आपकी माता के लिए क्षत्रिय गुण-धर्म से विभूषित खीर बनायी थी और आपके लिए ब्राह्मण गुण-धर्म से विभूषित , ऐसा सुन कर ऋषि पत्नी दुखी हो गयी , और बोली इस बात से मुक्ति कैसे मिले . …..तब ऋषि ने कहा कि अब मैं कुछ नहीं कर सकता , तब ऋषि पत्नी ने विलाप शुरू कर दिया . …..अंत में ऋषि ने कहा कि , जो मैंने अपने तपोबल से खीर बनायी थी उसका असर तो समाप्त नहीं होगा , लेकिन मैं ऐसा कर सकता हूँ , इस पीढी में तो हमारे यहाँ ब्राह्मण गुण-धर्म से विभूषित पुत्र होगा , और आपकी माता के यहाँ क्षत्रिय गुण-धर्म से विभूषित पुत्र होगा , किन्तु अगली पीढी में वह गुण-धर्म बदल जाएगा और अपने यहाँ जो हमारा पौत्र होगा वह क्षत्रिय गुण -धर्म वाला , और आपकी माता के यहाँ उनका पौत्र ब्राह्मण गुण-धर्म वाला होगा …ऋषि पत्नी ने कहा ठीक है ऐसा मुझे स्वीकार है . ….. इसी के फलस्वरूप राजा के यहाँ ‘ गाधि ‘ नामक पुत्र हुए , और ऋषि के यहाँ ‘ जमदग्नि ‘ हुए और अगली पीढी में गाधि के पुत्र ‘विश्वामित्र ‘ हुए जो ब्रह्म बल की प्राप्ति के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे , और ब्राह्मणोंचित गुण धर्म वाले थे …और ऋषि पुत्र जमदग्नि के यहाँ परशुराम जी का जन्म हुआ जो क्षत्रिय गुण-धर्म वाले थे…. …… यह एक पौराणिक कथानक है………………. जय परशुराम…भगवान.

🚩‼️ जय श्री हरि बिष्णु ‼️🚩🙏ॐ नीलांजन सामाभासं,रविपुत्रं यमाग्राजम.!!छायॎमातृण्डसम्भूतं तं,नमामि शनैश्चरम्..🙏संकट कटै मिटे सब पीरा!जो सुमिरै हनुमत बलबीरा!!🚩भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लेकर चार वेदों की रक्षा की थी  मत्स्यावतार भगवान विष्णु का अवतार है जो उनके दस अवतारों में से एक है। विष्णु को पालनकर्ता कहा जाता है अत: वह ब्रह्मांड की रक्षा हेतु विविध अवतार धरते हैं। जब संसार को किसी प्रकार का खतरा होता है तब भगवान विष्णु अवतरित होते हैं।एक हज़ार महायुग मिलकर एक कल्प होता है। एक कल्प ब्रह्मा का एक दिन होता है (रात का व़क्त इसमें शामिल नहीं है) दिन के समाप्त होते ही उन्हें नींद आ जाती है। वही कल्पांत है। उस व़क्त चारों ओर गहरा अंधेरा छा जाता है। विष्णु से निकली संकर्षण की अग्नि सब को जला देती है। झंझावात चलने लगते हैं, तब भयंकर काले बादल हाथी की सूंडों जैसी जलधाराएँ लगातार गिराने लगती हैं। महासमुद्र में आसमान को छूनेवाला उफान होता है। भू, भुवर और स्वर्ग लोक डूब जाते हैं। चारों तरफ़ जल को छोड़ कुछ दिखाई नहीं देता। यही ब्रह्मा के सोने की रात प्रलयकाल है। ब्रह्मा जब नींद के मारे पहले जंभाइयाँ ले रहे थे, तब उनके चारों मुखों से सफ़ेद, लाल, पीले और नीले रंगों में चमकनेवाले चार वेद बाहर निकले और नीचे गिर गये। हयग्रीव ने उन वेदों को उठा ले जाकर समुद्र के अन्दर छिपा दिया। हयग्रीव देवताओं और विष्णु का भी दुश्मन था। वेदों के बिना ब्रह्मा सृष्टि की रचना नहीं कर सकते थे। हर एक कल्प में विष्णु अच्छाई को बढ़ावा देकर उसका विकास करना चाहते थे। उनके इस संकल्प को बिगाड़ देना ही हयग्रीव का लक्ष्य था। तब भगवान विष्णु अपने प्राथमिक अवतार मत्स्य के रूप में अवतीर्ण हुए और स्वयं को एक छोटी, लाचार मछली बना लिया।सुबह सत्यव्रत सूर्यदेव को अर्घ्य दे रहे थे तभी एक मछली नें उनसे कहा कि आप मुझे अपने कमंडल में रख लो। दया और धर्म के अनुसार इस राजा ने मछली को अपने कमंडल में ले लिया और घर की ओर निकले, घर पहुँचते तक वह मत्स्य उस कमंडल के आकार का हो गया, राजा नें इसे एक पात्र पर रखा परंतु कुछ समय बाद वह मत्स्य उस पात्र के आकार की हो गई। अंत में राजा नें उसे समुद्र में डाला तो उसने पूरे समुद्र को ढँक लिया। उस सुनहरी-रंग मछली ने अपने दिव्य पहचान उजागर की और अपने भक्त को यह सूचित किया कि उस दिवस के ठीक सातवें दिन प्रलय आएगा तत्पश्चात् विश्व का नया श्रृजन होगा वे सत्यव्रत को सभी जड़ी-बूटी, बीज और पशुओं, सप्त ऋषि आदि को इकट्ठा करके प्रभु द्वारा भेजे गए नाव में संचित करने को कहा।फिर यह अति-विशाल मछली हयग्रीव को मारकर वेदो को गुमनाम होने से बचाया और उसे ब्रह्मा को दे दिया। जब ब्रह्मा अपने नींद से उठे जो परलय के अन्त में था, इसे ब्रम्ह की रात पुकारा जाता हैं, जो गणना के आधार पर 4320000000 सालो तक चलता है। जब ज्वार ब्रम्हांड को भस्म करने लगा तब एक विशाल नाव आया, जिस पर सभी चढ़े। मत्स्य भगवान ने उसे सर्पराज वासुकि को डोर बनाकर बाँध लिया और सुमेरु पर्वत की ओर प्रस्थान किया। रास्ते में भगवान मत्स्य नारायण ने सत्यव्रत को मत्स्य पुराण सुनाया और इस तरह प्रभु ने सबकी प्रलय से रक्षा की, तथा पौधों तथा जीवों की नस्लों को बचाया और मत्स्य पुराण की विद्या को नवयुग में प्रसारित किया।

“वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभनिर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा”🚩🥀🌺☀️ #शुभप्रभात_स्नेहवंदन🙏🏻⚜️🏵️#ॐ_गं_गणपतये_नमो_नमः #ॐ_लम्बोदराय_नमः #गणपति_बप्पा_मोरिया #ॐ_गणेशाय_देवाय_नमः #जय_श्री_गणेश 🚩🔱 #सनातन_धर्म_की_जय_हो ☘️🙏🏻🚩🍃 #सनातन_धर्म_ही_सर्वश्रेष्ठ_धर्म_हैं 🍃🙏🏻भगवान श्री गणेश जी की आप सभी पर कृपादृष्टि बनी रहे..🥰🙏🏻#जय_जय_श्री_राम #जय_श्री_हरि_विष्णु #जयहनुमान #जय_श्री_राम #जय_श #जयश्रीकृष्णा #जय_माता_दी #जय_श्री_कृष्णा #जय #जयश्रीराम🚩 #जयबजरंगबली #जय_श्री_महाकाल #जय_श्री_राम‌‌ #ज #जय_श्री_हरि_नारायण #जय_श्री_राधे_कृष्णा‌‌ #जय___श्री____राम #जय_श्री_राम

नामसंकीर्तनं यस्य सर्वपापप्रणाशनम्।प्रणामो दुःखशमनस्तं नमामि हरिं परम्।।#ॐ_विष्णवे_नम: 🙏💐🚩 #ॐ_नमो_भगवते_वासुदेवाय_नमः 🙏🪔परम पिता से प्रार्थना है कि वो सब का कल्याण करें और अपनी अपार कृपा दृष्टि बनाये रखें। 🙏❤️❣️🕉👏‼️ #राम_राम_जी ‼️👏🕉❣️*दुनिया चले न श्री राम के बिना।**राम जी चलें न हनुमान के बिना।।**जब से रामायण पढ़ ली है।**मैंने एक बात समझ ली है।।**रावण मरे न श्री राम के बिना।**लंका जले न हनुमान के बिना।।**सीता हरण की कहानी सुनो।**वनवारी भक्तों मेरी जुवानी सुनो।।**सीता मिले न श्री राम के बिना।**पता चले न हनुमान के बिना।।**लक्ष्मण का बचना मुश्किल था।**कौन बूटी लाने के क़ाबिल था।।**लक्ष्मण बचें न श्री राम के बिना।**बूटी मिले न हनुमान के बिना।।**बैठे सिंघासन पर श्रीराम जी।**चरणों में बैठे हैं हनुमान जी।।**मुक्ति मिले न श्री राम के बिना।**भक्ति मिले न हनुमान के बिना।।**दुनिया चले न श्री राम के बिना।**राम जी चलें न हनुमान के बिना।।*

🕉 नमो महालक्ष्मी
! नमस्ते स्तु महामाये श्री पीठे सुर पूजीते
शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते !
*घर की असली लक्ष्मी तो घर की स्त्री होती है
जिस घर में इनका सन्मान होता है
माँ लक्ष्मी सदा वही  निवास करती है*
माता रानी की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे
शुभ प्रभात 🙏

नामसंकीर्तनं यस्य सर्वपापप्रणाशनम्।प्रणामो दुःखशमनस्तं नमामि हरिं परम्।।#ॐ_विष्णवे_नम: 🙏💐🚩 #ॐ_नमो_भगवते_वासुदेवाय_नमः 🙏🪔परम पिता से प्रार्थना है कि वो सब का कल्याण करें और अपनी अपार कृपा दृष्टि बनाये रखें। 🙏❤️❣️🕉👏‼️ #शुभ_प्रभात ‼️👏🕉❣️

*दुनिया चले न श्री राम के बिना।*
*राम जी चलें न हनुमान के बिना।।*

*जब से रामायण पढ़ ली है।*
*मैंने एक बात समझ ली है।।*

*रावण मरे न श्री राम के बिना।*
*लंका जले न हनुमान के बिना।।*

*सीता हरण की कहानी सुनो।*
*वनवारी भक्तों मेरी जुवानी सुनो।।*

*सीता मिले न श्री राम के बिना।*
*पता चले न हनुमान के बिना।।*

*लक्ष्मण का बचना मुश्किल था।*
*कौन बूटी लाने के क़ाबिल था।।*

*लक्ष्मण बचें न श्री राम के बिना।*
*बूटी मिले न हनुमान के बिना।।*

*बैठे सिंघासन पर श्रीराम जी।*
*चरणों में बैठे हैं हनुमान जी।।*

*मुक्ति मिले न श्री राम के बिना।*
*भक्ति मिले न हनुमान के बिना।।*

*दुनिया चले न श्री राम के बिना।*
*राम जी चलें न हनुमान के बिना।।*

🌹🌸🙏🌞 #शुभ_प्रभात 🌞🙏🌸🌹🚩🔴 #ॐ_श्री_हनुमंते_नमः 👏🔴🚩🚩🔴 #ॐ_श्री_आंजनेय_नमः 👏🔴🚩*🔴️श्री️अतुलित बलधामंहेमशैलाभदेहम्🔴**🔴दनुजवनकृशानुंज्ञानिनामग्रगण्यम्।🔴* *🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴* 🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴 #राम_राम_जी 👏

“वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभनिर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा”🚩🥀🌺☀️ #शुभप्रभात_स्नेहवंदन🙏🏻⚜️🏵️#ॐ_गं_गणपतये_नमो_नमः #ॐ_लम्बोदराय_नमः #गणपति_बप्पा_मोरिया #ॐ_गणेशाय_देवाय_नमः #जय_श्री_गणेश 🚩🔱 #सनातन_धर्म_की_जय_हो ☘️🙏🏻🚩🍃 #सनातन_धर्म_ही_सर्वश्रेष्ठ_धर्म_हैं 🍃🙏🏻भगवान श्री गणेश जी की आप सभी पर कृपादृष्टि बनी रहे..🥰🙏🏻….. अक्सर लोग प्रश्न उठाते हैं कि ब्राह्मण होकर भी भगवान् परशुराम में क्षत्रियोचित गुण का आधिक्य क्यों था ? ….. एक क्षत्रिय राजा थे , उनके केवल एक पुत्री संतान थी . उनके राज्य में एक ‘ ऋचीक ‘ नाम के ऋषि रहते थे . राजा ने ऋषि से निवेदन करके अपनी पुत्री का विवाह उनसे कर दिया . विवाह के पश्चात राजा की पत्नी ने अपनी पुत्री ( ऋषि पत्नी ) से कहा कि हे ! पुत्री जब आपके पति अपने लिए पुत्र की कामना से यज्ञ करें तो इनसे निवेदन करके मेरे लिए भी एक पुत्र का वरदान मांग लेना , पुत्री ने कहा ठीक है . …..कालान्तर में जब ऋषि ने पुत्र की कामना से यज्ञ किया तो इनकी पत्नी ने अपनी माता का सन्देश उन्हें दिया . ….. ऋषि ने कहा एवमस्तु . तत्पश्चात ऋषि ने दो हांडी में खीर पकाई , और एक हांडी अपनी पत्नी को दी और कहा कि यह खीर तुम बरगद के वृक्ष के नीचे जाकर खा लेना , और यह दूसरी हांडी की खीर अपनी माता को दे देना और कहना कि वे पीपल के वृक्ष के नीचे बैठ कर यह खीर खा लें . ….. ऋषि पत्नी ने विचार किया कि , माता के घर चलकर दोनों लोग खीर खायेंगे . ….. जब वह माता के घर पहुँची तो माता ने कहा कि पुत्री तुम्हारे तो और भी पुत्र हो जायेंगे , मेरे केवल यही एक होगा , और तुम्हारे पति ने अपने लिए श्रेष्ठ पुत्र की कामना से खीर बनायी होगी , अत: हम लोग खीर आपस में बदल लेते हैं . ….. ऋषि पत्नी ने यह बात मान ली , और खीर की हांडी बदल कर ऋषि पत्नी ने माता वाली खीर पीपल के नीचे , और माता ने ऋषि पत्नी वाली खीर बरगद के नीचे खाली . …..कालान्तर में दोनों गर्भवती हुई , ऋषि ने जब अपनी पत्नी का मुख और शरीर देखा तो कहा कि कुछ बदलाव है और उन्होंने खीर वाली बात पूछी , तब ऋषि पत्नी ने सब सही बता दिया . तब ऋषि बोले यह तो बड़ा अनर्थ हो गया , क्योंकि मैंने आपकी माता के लिए क्षत्रिय गुण-धर्म से विभूषित खीर बनायी थी और आपके लिए ब्राह्मण गुण-धर्म से विभूषित , ऐसा सुन कर ऋषि पत्नी दुखी हो गयी , और बोली इस बात से मुक्ति कैसे मिले . …..तब ऋषि ने कहा कि अब मैं कुछ नहीं कर सकता , तब ऋषि पत्नी ने विलाप शुरू कर दिया . …..अंत में ऋषि ने कहा कि , जो मैंने अपने तपोबल से खीर बनायी थी उसका असर तो समाप्त नहीं होगा , लेकिन मैं ऐसा कर सकता हूँ , इस पीढी में तो हमारे यहाँ ब्राह्मण गुण-धर्म से विभूषित पुत्र होगा , और आपकी माता के यहाँ क्षत्रिय गुण-धर्म से विभूषित पुत्र होगा , किन्तु अगली पीढी में वह गुण-धर्म बदल जाएगा और अपने यहाँ जो हमारा पौत्र होगा वह क्षत्रिय गुण -धर्म वाला , और आपकी माता के यहाँ उनका पौत्र ब्राह्मण गुण-धर्म वाला होगा …ऋषि पत्नी ने कहा ठीक है ऐसा मुझे स्वीकार है . ….. इसी के फलस्वरूप राजा के यहाँ ‘ गाधि ‘ नामक पुत्र हुए , और ऋषि के यहाँ ‘ जमदग्नि ‘ हुए और अगली पीढी में गाधि के पुत्र ‘विश्वामित्र ‘ हुए जो ब्रह्म बल की प्राप्ति के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे , और ब्राह्मणोंचित गुण धर्म वाले थे …और ऋषि पुत्र जमदग्नि के यहाँ परशुराम जी का जन्म हुआ जो क्षत्रिय गुण-धर्म वाले थे…. …… यह एक पौराणिक कथानक है………………. जय परशुराम…भगवान.#जय_जय_श्री_राम #जय_श्री_हरि_विष्णु #जयहनुमान #जय_श्री_राम #जय_श #जयश्रीकृष्णा #जय_माता_दी #जय_श्री_कृष्णा #जय #जयश्रीराम🚩 #जयबजरंगबली #जय_श्री_महाकाल #जय_श्री_राम‌‌ #ज #जय_श्री_हरि_नारायण #जय_श्री_राधे_कृष्णा‌‌ #जय___श्री____राम #जय_श्री_राम

नामसंकीर्तनं यस्य सर्वपापप्रणाशनम्।प्रणामो दुःखशमनस्तं नमामि हरिं परम्।।#ॐ_विष्णवे_नम: 🙏💐🚩 #ॐ_नमो_भगवते_वासुदेवाय_नमः 🙏🪔परम पिता से प्रार्थना है कि वो सब का कल्याण करें और अपनी अपार कृपा दृष्टि बनाये रखें। 🙏❤️#JaiShreeRam 🙏  🚩 आदरणीय सनातन प्रेमियों…🙏🙏🚩🌼🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌼🚩  आप सभी को #सनातन_शाक्ति का यथायोग्य🙏🏼🙏🏼 प्रणाम, राम राम, नमस्ते…..!!👏👏🚩 *श्री हनुमान जन्मोत्सव* की आप सभी को 👨‍👨‍👧‍👧 सहपरिवार दिल से 💓 अग्रिम 🫀 हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं….‼️👉🏾 इस_लेख_के_माध्यम से …..👇मेरा आप सभी से 🙏🏻 हाथ जोड़ कर विशेष  अनुरोध है कि.. इस वर्ष 23 अप्रैल 2024 मंगलवार को 🚩*हनुमान जन्मोत्सव*🚩 है *(जयंती नहीं )*। इसे हम सभी लोग *हनुमान जयंती* ना कहते हुए 🚩*हनुमान_जन्मोत्सव* 🚩 कहें, व सभी 👨‍👨‍👧‍👧 को…..🚩*हनुमान_जन्मोत्सव*🚩 कहने के लिए प्रेरित करें…👏‼️क्योंकि…जयंती उनकी मनाई जाती है…‼️ *जो_इस_संसार_में_नहीं_है*।और कलियुग में केवल श्री राम भक्त हनुमान जी ही *चिरंजीवी* है, आज भी *विद्यमान* हैं..👏‼️अतः यह परिवर्तन हमें जरुर लाना है, तथा यह मैसेज 🚩*हनुमान जन्मोत्सव* से पहले- पहले सभी तक पहुंचना है। ऐसा मेरा आप सभी लोगों से 🙏🏼 सविनय निवेदन है ।।🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 कृप्या_इसे_नजरंदाज_न_करें ।।🙏🏼🙏🏼🙏🏼*कम से कम पचास ग्रुप मैं ये संदेश भेजें।*🙏🏼आपका अपना..*एस कुमार चौबै*🙏🏻श्री संकटमोचन हनुमान भक्त.. 🚩🙏🏼🙏🏼 🙏🏼🙏🏼🚩 *जय जय श्री सीताराम जी* 🚩🙏🙏🙏🏼 *जै जै हनुमान गोसाईं*, 👏#जय_जय_श्री_राम #जय_श्री_हरि_विष्णु #जयहनुमान #जय_श्री_राम #जय_श #जयश्रीकृष्णा #जय_माता_दी #जय_श्री_कृष्णा #जय #जयश्रीराम🚩 #जयबजरंगबली #जय_श्री_महाकाल #जय_श्री_राम‌‌ #ज #जय_श्री_हरि_नारायण #जय_श्री_राधे_कृष्णा‌‌ #जय___श्री____राम #जय_श्री_राम

सभी सनातनियों को प्रणाम
#ॐ_शं_शनैश्चराय_नमः 🙏🏻
#ॐ_हं_हनुमंते_नमः 🙏🏻
एक बार सभी जय श्री राम बोलो 🙏🙏
🚩🌞ॐ श्री शं शनैश्चराय नमः 🌞🙏🚩
🚩ॐ हं हनुमते नमः 🥀🍃🙏🚩

  🌱💮#शुप्रभात_दोस्तों💮🌱
  🌱🍃☘️🙏☕🙏☘️🍃🌱
🌾 आप सब का दिन मंगल हो 🌾
  🌿 शनिदेव की कृपा बनी रहे 🌿

       #जय_श्री_शनिदेव 🙏🚩
      #जय_बजरंग_बली 🙏🚩

#Shiva
#HanuMan
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#HappyBirthdaySUGA

https://allhttpaparnadttbablu.wordpress.com/2023/05/01/30-04-2023-%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%f0%9f%8c%bb%f0%9f%8e%84%f0%9f%a5%80%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b5%e0%a4%bf%e0%a4%9a%e0%a4%be/

*30-04-2023-रविवार**🌻🎄🥀आज का सुविचार🥀🎄🌻**🌻🎄🥀कुछ घटनायें हमारी परीक्षा लेने नहीं आती,बल्कि,हमारे साथ जुड़े हुए लोगों का,असली परिचय कराने आती हैं,….**🌻🎄🥀आशा और विश्वास कभी,गलत नहीं होते,बस ये हम पर निर्भर करता,है कि,हमने आशा किससे की,और विश्वास किस पर किया* *🌻🎄🥀क्या फर्क पड़ता है,असल मे हम कैसे हैं,जिसने जैसी राय बना ली,उसके लिए तो वैसे हैं…!!!* *🌻🎄🥀कटुता वहां उत्पन्न होती है,जहां हम स्वार्थ के लिए जुड़ते हैं,और,प्यार वहां पनपता है,जहां हम निःस्वार्थ भाव से जुड़ते हैं,* *🌻🎄🥀एक सुखी जीवन के लिए अच्छे घर का होना जरुरी नही है घर का अच्छा माहोल होना ज़रूरी है,कोई समझा ही नहीं आंख में ठहरे दर्द को,लोग तो हंसती हुई तस्वीर पर मर जाते है।।* *🌻🎄🥀अंदाज़े से न नापिये किसी इंसान की हस्ती,ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे हुआ करते हैं**🌻🎄🥀किसी पर हद से ज़्यादा निर्भर ना रहे, क्योंकि.किसी की छाया में आप अपनी परछाई खो देंगे !!**🌻🎄🥀जिंदगी का कैल्कुलेशन,बहुत बार किया,लेकिन,सुख-दुःख का,ऐकांउट कभी समझा ही नहीं,जब टोटल किया तो समझ आया,करर्मो के सिवा,कुछ भी बैलेंस रहता नहीं**🌻🎄🥀परेशानी आये तो भी,ईमानदार रह पाएं,धन आने पर भी,सरल रह पाएं,अधिकार मिलने पर भी,विनम्र रह पाएं, और,क्रोध आने पर भी,शान्त रह पाएं,तो समझिए कि,जीवन प्रबंधन की,पीएचडी कर ली है**🌻🎄🥀असम्भव,सिर्फ़ वही है,जिसकी आपने शुरुआत,नहीं की, ..!!**🌻🎄🥀सिर्फ़ उतना ही विनम्र,बनो जितना जरूरी,हो,वेवजह,की विनम्रता,दुसरों के,अहम को,बढ़ावा ही देती है,…* *🌻🎄🥀सम्बन्ध को जोड़ना एक कला है,लेकिन,सम्बन्ध को निभाना एक साधना है,इसलिए बडे बुजुर्गो ने कहा है की,रिश्तों की कदर भी धन,की तरह ही करनी चाहिए,क्यों कि,दोनों को कमाना मुश्किल है,पर गँवाना आसान है,* *🌻🎄🥀अपनत्व तभी तक बना रहता है,जब तक आपस में,विश्वास और सम्मान,क़ायम रहता है,..**🌻🎄🥀संतोष और गहरी नींद,मिलने के बाद,ईश्वर से कुछ भी मांगने को नहीं रह जाता,सारी इच्छाओं का आनंद,इन्हीं दो चीजों के बीच है* *🌻🎄🥀घमंड सिर्फ यही नहीं बताता कि,हमारे आगे कोई नहीं है,यह भी बताता है कि,हमारे पीछे भी कोई नहीं है,।* *🌻🎄🥀जिस प्रकार सही मौके पर,खड़े होकर बोलना,एक साहस है,उसी प्रकार,खामोशी से बैठकर,दूसरों को सुनना भी एक,दुर्लभ साहस है!!!* *🌻🎄🥀लड़ने की ताकत सबके पास होती है,लेकिन,किसी को जीत पसंद होती है,तो किसी को सम्बन्ध,..!!!**🌻🎄🥀दो चीजों को कभी व्यर्थ,नहीं जाने देना चाहिए,अन्न के कण को,और,आनंद के क्षण को,हमेशा मुस्कुराते रहिए.कभी अपने लिये कभी अपनों के लिये* *🌻🎄🥀सुख आपके अंहकार की परीक्षा लेता है,जबकि दुःख आपके धैर्य की!दोनों परीक्षाओ में उतीर्ण व्यक्ति का जीवन ही, सफल जीवन है !* *🥀🌻🎄🌞प्रातः वंदना🌞🎄🌻👏* *🌻🌞ॐभूर्भुवःस्वःतत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् 🌞🌻* *‼️🌞ॐ दिवाकराय नमो नमः 👏‼️**‼️🌞ॐ प्रभाकराय नमो नमः 👏‼️**‼️🌞ॐ आदित्याय नमो नमः 👏‼️**🌞ॐ एहि सूर्य सहस्त्रांशो,तेजोराशे जगत्पते**🌞अनुकंपय मा भक्तया,गृहाणाघ्रयं दिवाकरं* *🌞नमः सूर्याय शान्ताय,सर्वरोग विनाशने👏* *🌞आयुः आरोग्यं,ऐश्वर्य देहिदेव जगत्पते👏* *🌷आपकाआजकादिनशुभ मंगलमय हो🌷**🌻🌺🌞🙏सुप्रभात🙏🌺🌞🌻* *प्रियजन आप एवं आपके परिवार पर श्री सूर्य भगवान जी की कृपा सदैव बनी रहे जय श्री कृष्ण राधे राधे 👏🌻🎄🥀*

18-04-2023-मंगल वार
🔴🌹🌸आज का सुविचार🌸🌹🔴
🔴🌹🌸भाग्य बारिश का पानी है,और,परिश्रम कुंए का जल,बारिश में नहाना आसान तो है,लेकिन,रोज नहाने के लिए हम बारिश,के सहारे नहीं रह सकते,इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी,चीजे आसानी से मिल जाती है,किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी,सकते,कर्म ही असली भाग्य है,
🔴🌹🌸इंसान न तो मौसम है,और न ही तापमान,फिर भी न जाने क्यों,बदल जाता है,!
🔴🌹🌸अपने आप को विकसित करें,याद रखें,गति और विकास,जिंदा इंसान की निशानी है
🔴🌹🌸बीज की यात्रा वृक्ष तक है,नदी की यात्रा सागर तक है,और,मनुष्य की यात्रा परमात्मा तक,संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है,हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं,इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि.मै न होता तो क्या होता…!!
🔴🌹🌸कौन जाने क्या पाप क्या पुण्य,बस,किसी का दिल न दुखे,अपने स्वार्थ के लिए,बाकी सब,कुदरत पर छोड़ दो,ना पैसा बड़ा ना पद बड़ा मुसीबत में जो साथ खड़ा,वो सबसे बड़ा,।
🔴🌹🌸व्यक्ति की पहचान,उसके मुख से निकली हुई वाणी से होती हैं,वरना उपदेश तो दीवारों पर,भी बड़े आकर्षक लिखे,रहते हैं,.
🔴🌹🌸यदि आप दूसरों के लिए प्रार्थना करने की आदत डालते हैं तो,आपको स्वयं के लिए प्रार्थना करने की कभी आवश्यकता नहीं होगी
🔴🌹🌸ढलते हुए सूरज को देखकर,हर कोई अपने घर की लाइट जला लेता है,मगर,ढलती उम्र देखकर भी,अपने आत्मा की लाइट,जलाने की कोशिश कोई नहीं करता।
🌺आपका दिन शुभ मंगल मय हो🌺
🌹🌸🙏🌞सुप्रभात🌞🙏🌸🌹
🚩🔴 ॐ श्री हनुमंते नमः👏🔴🚩
🚩🔴ॐ श्री आंजनेय नमः👏🔴🚩
🔴️श्री️अतुलित बलधामंहेमशैलाभदेहम्🔴
🔴दनुजवनकृशानुंज्ञानिनामग्रगण्यम्।🔴
🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴
🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴
प्रियजन आप एवं आपके परिवार पर श्री हनुमंत लाल जी की अनुकंपा सदैव बनी रहेजय श्री कृष्ण राधे राधे 👏जी
18-04-2023-मंगल वार
🔴🌹🌸आज का सुविचार🌸🌹🔴
🔴🌹🌸भाग्य बारिश का पानी है,और,परिश्रम कुंए का जल,बारिश में नहाना आसान तो है,लेकिन,रोज नहाने के लिए हम बारिश,के सहारे नहीं रह सकते,इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी,चीजे आसानी से मिल जाती है,किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी,सकते,कर्म ही असली भाग्य है,
🔴🌹🌸इंसान न तो मौसम है,और न ही तापमान,फिर भी न जाने क्यों,बदल जाता है,!
🔴🌹🌸अपने आप को विकसित करें,याद रखें,गति और विकास,जिंदा इंसान की निशानी है
🔴🌹🌸बीज की यात्रा वृक्ष तक है,नदी की यात्रा सागर तक है,और,मनुष्य की यात्रा परमात्मा तक,संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है,हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं,इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि.मै न होता तो क्या होता…!!
🔴🌹🌸कौन जाने क्या पाप क्या पुण्य,बस,किसी का दिल न दुखे,अपने स्वार्थ के लिए,बाकी सब,कुदरत पर छोड़ दो,ना पैसा बड़ा ना पद बड़ा मुसीबत में जो साथ खड़ा,वो सबसे बड़ा,।
🔴🌹🌸व्यक्ति की पहचान,उसके मुख से निकली हुई वाणी से होती हैं,वरना उपदेश तो दीवारों पर,भी बड़े आकर्षक लिखे,रहते हैं,.
🔴🌹🌸यदि आप दूसरों के लिए प्रार्थना करने की आदत डालते हैं तो,आपको स्वयं के लिए प्रार्थना करने की कभी आवश्यकता नहीं होगी
🔴🌹🌸ढलते हुए सूरज को देखकर,हर कोई अपने घर की लाइट जला लेता है,मगर,ढलती उम्र देखकर भी,अपने आत्मा की लाइट,जलाने की कोशिश कोई नहीं करता।
🌺आपका दिन शुभ मंगल मय हो🌺
🌹🌸🙏🌞सुप्रभात🌞🙏🌸🌹
🚩🔴 ॐ श्री हनुमंते नमः👏🔴🚩
🚩🔴ॐ श्री आंजनेय नमः👏🔴🚩
🔴️श्री️अतुलित बलधामंहेमशैलाभदेहम्🔴
🔴दनुजवनकृशानुंज्ञानिनामग्रगण्यम्।🔴
🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴
🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴
प्रियजन आप एवं आपके परिवार पर श्री हनुमंत लाल जी की अनुकंपा सदैव बनी रहेजय श्री कृष्ण राधे राधे 👏जी
18-04-2023-मंगल वार
🔴🌹🌸आज का सुविचार🌸🌹🔴
🔴🌹🌸भाग्य बारिश का पानी है,और,परिश्रम कुंए का जल,बारिश में नहाना आसान तो है,लेकिन,रोज नहाने के लिए हम बारिश,के सहारे नहीं रह सकते,इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी,चीजे आसानी से मिल जाती है,किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी,सकते,कर्म ही असली भाग्य है,
🔴🌹🌸इंसान न तो मौसम है,और न ही तापमान,फिर भी न जाने क्यों,बदल जाता है,!
🔴🌹🌸अपने आप को विकसित करें,याद रखें,गति और विकास,जिंदा इंसान की निशानी है
🔴🌹🌸बीज की यात्रा वृक्ष तक है,नदी की यात्रा सागर तक है,और,मनुष्य की यात्रा परमात्मा तक,संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है,हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं,इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि.मै न होता तो क्या होता…!!
🔴🌹🌸कौन जाने क्या पाप क्या पुण्य,बस,किसी का दिल न दुखे,अपने स्वार्थ के लिए,बाकी सब,कुदरत पर छोड़ दो,ना पैसा बड़ा ना पद बड़ा मुसीबत में जो साथ खड़ा,वो सबसे बड़ा,।
🔴🌹🌸व्यक्ति की पहचान,उसके मुख से निकली हुई वाणी से होती हैं,वरना उपदेश तो दीवारों पर,भी बड़े आकर्षक लिखे,रहते हैं,.
🔴🌹🌸यदि आप दूसरों के लिए प्रार्थना करने की आदत डालते हैं तो,आपको स्वयं के लिए प्रार्थना करने की कभी आवश्यकता नहीं होगी
🔴🌹🌸ढलते हुए सूरज को देखकर,हर कोई अपने घर की लाइट जला लेता है,मगर,ढलती उम्र देखकर भी,अपने आत्मा की लाइट,जलाने की कोशिश कोई नहीं करता।
🌺आपका दिन शुभ मंगल मय हो🌺
🌹🌸🙏🌞सुप्रभात🌞🙏🌸🌹
🚩🔴 ॐ श्री हनुमंते नमः👏🔴🚩
🚩🔴ॐ श्री आंजनेय नमः👏🔴🚩
🔴️श्री️अतुलित बलधामंहेमशैलाभदेहम्🔴
🔴दनुजवनकृशानुंज्ञानिनामग्रगण्यम्।🔴
🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴
🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴
प्रियजन आप एवं आपके परिवार पर श्री हनुमंत लाल जी की अनुकंपा सदैव बनी रहेजय श्री कृष्ण राधे राधे 👏जी
18-04-2023-मंगल वार
🔴🌹🌸आज का सुविचार🌸🌹🔴
🔴🌹🌸भाग्य बारिश का पानी है,और,परिश्रम कुंए का जल,बारिश में नहाना आसान तो है,लेकिन,रोज नहाने के लिए हम बारिश,के सहारे नहीं रह सकते,इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी,चीजे आसानी से मिल जाती है,किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी,सकते,कर्म ही असली भाग्य है,
🔴🌹🌸इंसान न तो मौसम है,और न ही तापमान,फिर भी न जाने क्यों,बदल जाता है,!
🔴🌹🌸अपने आप को विकसित करें,याद रखें,गति और विकास,जिंदा इंसान की निशानी है
🔴🌹🌸बीज की यात्रा वृक्ष तक है,नदी की यात्रा सागर तक है,और,मनुष्य की यात्रा परमात्मा तक,संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है,हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं,इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि.मै न होता तो क्या होता…!!
🔴🌹🌸कौन जाने क्या पाप क्या पुण्य,बस,किसी का दिल न दुखे,अपने स्वार्थ के लिए,बाकी सब,कुदरत पर छोड़ दो,ना पैसा बड़ा ना पद बड़ा मुसीबत में जो साथ खड़ा,वो सबसे बड़ा,।
🔴🌹🌸व्यक्ति की पहचान,उसके मुख से निकली हुई वाणी से होती हैं,वरना उपदेश तो दीवारों पर,भी बड़े आकर्षक लिखे,रहते हैं,.
🔴🌹🌸यदि आप दूसरों के लिए प्रार्थना करने की आदत डालते हैं तो,आपको स्वयं के लिए प्रार्थना करने की कभी आवश्यकता नहीं होगी
🔴🌹🌸ढलते हुए सूरज को देखकर,हर कोई अपने घर की लाइट जला लेता है,मगर,ढलती उम्र देखकर भी,अपने आत्मा की लाइट,जलाने की कोशिश कोई नहीं करता।
🌺आपका दिन शुभ मंगल मय हो🌺
🌹🌸🙏🌞सुप्रभात🌞🙏🌸🌹
🚩🔴 ॐ श्री हनुमंते नमः👏🔴🚩
🚩🔴ॐ श्री आंजनेय नमः👏🔴🚩
🔴️श्री️अतुलित बलधामंहेमशैलाभदेहम्🔴
🔴दनुजवनकृशानुंज्ञानिनामग्रगण्यम्।🔴
🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴
🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴
प्रियजन आप एवं आपके परिवार पर श्री हनुमंत लाल जी की अनुकंपा सदैव बनी रहेजय श्री कृष्ण राधे राधे 👏जी
18-04-2023-मंगल वार
🔴🌹🌸आज का सुविचार🌸🌹🔴
🔴🌹🌸भाग्य बारिश का पानी है,और,परिश्रम कुंए का जल,बारिश में नहाना आसान तो है,लेकिन,रोज नहाने के लिए हम बारिश,के सहारे नहीं रह सकते,इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी,चीजे आसानी से मिल जाती है,किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी,सकते,कर्म ही असली भाग्य है,
🔴🌹🌸इंसान न तो मौसम है,और न ही तापमान,फिर भी न जाने क्यों,बदल जाता है,!
🔴🌹🌸अपने आप को विकसित करें,याद रखें,गति और विकास,जिंदा इंसान की निशानी है
🔴🌹🌸बीज की यात्रा वृक्ष तक है,नदी की यात्रा सागर तक है,और,मनुष्य की यात्रा परमात्मा तक,संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है,हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं,इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि.मै न होता तो क्या होता…!!
🔴🌹🌸कौन जाने क्या पाप क्या पुण्य,बस,किसी का दिल न दुखे,अपने स्वार्थ के लिए,बाकी सब,कुदरत पर छोड़ दो,ना पैसा बड़ा ना पद बड़ा मुसीबत में जो साथ खड़ा,वो सबसे बड़ा,।
🔴🌹🌸व्यक्ति की पहचान,उसके मुख से निकली हुई वाणी से होती हैं,वरना उपदेश तो दीवारों पर,भी बड़े आकर्षक लिखे,रहते हैं,.
🔴🌹🌸यदि आप दूसरों के लिए प्रार्थना करने की आदत डालते हैं तो,आपको स्वयं के लिए प्रार्थना करने की कभी आवश्यकता नहीं होगी
🔴🌹🌸ढलते हुए सूरज को देखकर,हर कोई अपने घर की लाइट जला लेता है,मगर,ढलती उम्र देखकर भी,अपने आत्मा की लाइट,जलाने की कोशिश कोई नहीं करता।
🌺आपका दिन शुभ मंगल मय हो🌺
🌹🌸🙏🌞सुप्रभात🌞🙏🌸🌹
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🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴
🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴
प्रियजन आप एवं आपके परिवार पर श्री हनुमंत लाल जी की अनुकंपा सदैव बनी रहेजय श्री कृष्ण राधे राधे 👏जी

*18-04-2023-मंगल वार**🔴🌹🌸आज का सुविचार🌸🌹🔴**🔴🌹🌸भाग्य बारिश का पानी है,और,परिश्रम कुंए का जल,बारिश में नहाना आसान तो है,लेकिन,रोज नहाने के लिए हम बारिश,के सहारे नहीं रह सकते,इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी,चीजे आसानी से मिल जाती है,किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी,सकते,कर्म ही असली भाग्य है,**🔴🌹🌸इंसान न तो मौसम है,और न ही तापमान,फिर भी न जाने क्यों,बदल जाता है,!**🔴🌹🌸अपने आप को विकसित करें,याद रखें,गति और विकास,जिंदा इंसान की निशानी है**🔴🌹🌸बीज की यात्रा वृक्ष तक है,नदी की यात्रा सागर तक है,और,मनुष्य की यात्रा परमात्मा तक,संसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है,हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं,इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि.मै न होता तो क्या होता…!!**🔴🌹🌸कौन जाने क्या पाप क्या पुण्य,बस,किसी का दिल न दुखे,अपने स्वार्थ के लिए,बाकी सब,कुदरत पर छोड़ दो,ना पैसा बड़ा ना पद बड़ा मुसीबत में जो साथ खड़ा,वो सबसे बड़ा,।* *🔴🌹🌸व्यक्ति की पहचान,उसके मुख से निकली हुई वाणी से होती हैं,वरना उपदेश तो दीवारों पर,भी बड़े आकर्षक लिखे,रहते हैं,.* *🔴🌹🌸यदि आप दूसरों के लिए प्रार्थना करने की आदत डालते हैं तो,आपको स्वयं के लिए प्रार्थना करने की कभी आवश्यकता नहीं होगी* *🔴🌹🌸ढलते हुए सूरज को देखकर,हर कोई अपने घर की लाइट जला लेता है,मगर,ढलती उम्र देखकर भी,अपने आत्मा की लाइट,जलाने की कोशिश कोई नहीं करता।* *🌺आपका दिन शुभ मंगल मय हो🌺**🌹🌸🙏🌞सुप्रभात🌞🙏🌸🌹**🚩🔴 ॐ श्री हनुमंते नमः👏🔴🚩**🚩🔴ॐ श्री आंजनेय नमः👏🔴🚩**🔴️श्री️अतुलित बलधामंहेमशैलाभदेहम्🔴**🔴दनुजवनकृशानुंज्ञानिनामग्रगण्यम्।🔴* *🔴सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं🔴* *🔴रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि🔴* *प्रियजन आप एवं आपके परिवार पर श्री हनुमंत लाल जी की अनुकंपा सदैव बनी रहेजय श्री कृष्ण राधे राधे 👏जी*